देव आनंद यूं तो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी प्रतिभा के गुणगान करतीं उनकी फिल्में आज भी दर्शकों के बीच मौजूद हैं, जो उनके दमदार अभिनय की पहचान हैं। उन्होंने अपने अभिनय के दम पर दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। देव आनंद एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ-साथ महान फिल्ममेकर भी थे, जिन्होंने की स्टार्स के करियर संवारे। लेकिन, क्या आप देव आनंद की उस फिल्म के बारे में जानते हैं, जो कई सितारों के रिजेक्ट करने के बाद उन तक पहुंची थी। हम बात कर रहे हैं उनकी सबसे सफल फिल्मों में से एक 'गाइड' की, जिसे कई स्टार्स ने ठुकरा दिया था, लेकिन जब ये फिल्म बनकर रिलीज हुई तो ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर हिट रही, इसने ऑस्कर तक में दस्तक दी थी।
इंडस्ट्री ने ठुकरा दी थी गाइड
कई ऐसी कल्ट क्लासिक हैं, जो शक के घेरे में पैदा हुईं। इन फिल्मों को कई बडे़ नामों ने खारिज कर दिया और फिर जब वह बनकर सिनेमाघरों तक पहुंचीं तो दर्शकों ने इन पर इतना प्यार लुटाया कि बड़े-बड़े रिकॉर्ड बन गए और इंडस्ट्री भी हैरान रह गई। 'गाइड' के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, जिसे लगभग पूरी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री नकार चुकी थी, लेकिन जब ये सिनेमाघरों तक पहुंची तो दर्शकों ने इसे ना सिर्फ अपनाया बल्कि बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी दिलाई और इसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा।
संदेह के घेरे में थी गाइड
गाइड को यह कहते हुए कई अभिनेताओं और फिल्म निर्माताओं ने ठुकरा दिया कि इसकी कहानी और क्लाइमैक्स बहुत अलग हैं और आम दर्शकों की समझ और उम्मीद पर खरी नहीं उतरती। लेकिन, जब गाइड रिलीज हुई तो सिनेमाघरों में दर्शकों का हुजूम उमड़ पड़ा। हालांकि, शुरुआत में कुछ दर्शकों को इसका अंत समझने में परेशानी हुई, लेकिन इसका फिल्म के कलेक्शन पर कोई असर नहीं हुआ। फिल्म की कमाई लगातार बढ़ती रही और ये ब्लॉकबस्टर साबित हुई।
क्यों मिल रहे थे रिजेक्शन?
गाइड को इंडस्ट्री के कई नामी सितारों ने ये कहते हुए ठुकरा दिया था कि इसकी कहानी बहुत ही अपरंपरागत और अलग है। फिल्म में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, स्प्रिचुअल ट्रांसफॉर्मेशन और नैतिक अस्पष्टता जैसे विषयों को लिया गया था, जो 1960 के दौर में बेहद मॉडर्न और विवादस्पद माना जाता था। कई स्टार्स को डर था कि अगर वह इस तरह के विषय को हाथ लगाएंगे तो उन्हें दर्शकों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है और उनका स्टारडम खतरे में पड़ सकता है, जिसके चलते कई ने इसे ठुकरा दिया। हालांकि, देव आनंद को इस फिल्म की कहानी पसंद आई और उन्होंने झट से इसे करने के लिए हामी भर दी।
गाइड ने करियर को दी नई दिशा
देव आनंद ने 60 के दशक में भी कई ऐसी फिल्में कीं, जो उस दौर के हिसाब से काफी मॉर्डन और साहसिक थीं। गाइड भी इन्हीं फिल्मों में से एक थी, लेकिन इसका उनके करियर पर विपरीत प्रभाव होने की जगह पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला और इस फिल्मने उनके करियर को नया आयाम दिया। इसी के साथ गाइड हिंदी सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक बन गई। इसकी सफलता को देखते हुए इसे भारत की ओर से ऑस्कर के लिए आधिकारिक एंट्री भी मिली।
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